पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा मां शीतला का मंदिर

राजनांदगांव । शहर के रियासत कालीन मां शीतला मंदिर परिसर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन मंडल की टीम ने आज निरीक्षण किया और पर्यटन की दृष्टि से यहां विकास के संभावनाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों के साथ चर्चा की।
शहर की कुलदेवी कहे जाने वाली मां शीतला के मंदिर का इतिहास रियासत कालीन है । यहां मां शीतला की प्रतिमा तालाब से प्रकट हुई थी, तो वहीं इस मंदिर में यहां के दास राजाओं का मठ इस मंदिर को पुरातत्व महत्व से भी ऐतिहासिक बनता है। मां शीतला मंदिर परिसर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करके इस क्षेत्र में रोजगार और विकास के कार्यों को बढ़ावा दिया जा सकता है । जिसे दृष्टिगत रखते हुए आज पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा, महापौर मधुसूदन यादव, पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक, महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक और नगर निगम के अधिकारियों ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया।

0 परिसर का ऐतिहासिक महत्व

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मां शीतला मंदिर परिसर को विकसित करने की योजना लेकर पर्यटन विभाग द्वारा क्षेत्र का निरीक्षण किया गया । यहां राजा के महल सहित ऐतिहासिक रानी सागर, बूढ़ा सागर और मां शीतला का मंदिर है । ऐसे में ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन स्थल बनकर इसे विकसित किया जाएगा।

0 कार्य योजना बनाने निरीक्षण

पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने कहा कि मां शीतला का मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है और रियासत कालीन धरोहर है। इस परिसर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए पर्यटन मंडल पुरातत्व और नगर निगम के साथ कार्य योजना बनाई जाएगी । जिसको लेकर अधिकारियों के साथ स्थल का निरीक्षण किया गया है ।

0 पर्यटन सूचना केंद्र की स्थापना

पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने कहा कि राजनांदगांव में पर्यटन सूचना केंद्र की स्थापना की जाएगी जिससे, यहां विभिन्न जगहों पर आने वाले पर्यटकों का सर्वे होगा, उस आधार पर इन क्षेत्रों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम किया जाएगा ।

0 योजना बनाने होगा कार्य

महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि पर्यटन, पुरातत्व और संस्कृति विभाग सहित नगर निगम इस क्षेत्र को बेहतर बना सकते हैं, जो पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि इसकी योजना बनाने का काम हम करेंगे।

0 मां बमलेश्वरी मंदिर परिसर का निरीक्षण

पर्यटन विभाग के अधिकारियों के द्वारा मां शीतला मंदिर सहित डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर पहुंचकर भी यहां पर्यटन की दृष्टिकोण से विकास को लेकर निरीक्षण किया गया । डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर परिसर में पर्यटन की दृष्टिकोण से विकास की काफी संभावना है, जिसे देखते हुए पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने विभागीय अधिकारियों को कार्य योजना बनाने निर्देशित किया है।

0 स्थल चयन कर तैयार होगा प्रोजेक्ट

पर्यटन मंडल एवं कलर पुरातत्व के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य ने कहा कि राजनांदगांव में पर्यटन की संभावनाओं को लेकर निरीक्षण किया जा रहा है । स्थलों का चयन कर प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा । नगर निगम द्वारा डीपीआर तैयार करने के बाद पुरातत्व और पर्यटन मंडल के माध्यम से इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा।

0 पुरातत्व की टीम करेंगी सर्वे

पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर विवेक आचार्य ने कहा कि माँ शीतला मंदिर परिसर में राजाओं के मठ हैं, वही यह मंदिर रियासत कालीन होने के चलते पुरातत्व महत्व की है । इस मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए जल्द ही पुरातत्व की टीम यहां निरीक्षण करेगी।