
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की ताकत को और मजबूत करते हुए आज शुक्रवार को ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर नया तीव्र गश्ती पोत (एफपीवी) आईसीजीएस ‘अदम्य’ लॉन्च किया गया। यह जहाज पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। खास बात यह है कि इसमें इस्तेमाल हुई 60 प्रतिशत से अधिक सामग्री भारतीय है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का सशक्त प्रतीक है।
लॉन्चिंग समारोह में रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (वायुसेना एवं नीति) सत्यजीत मोहंती, चीफ ऑफ स्टाफ और पूर्वी तट के महानिरीक्षक योगिंदर ढाका, केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। यह जहाज 51 मीटर लंबा है और इसे पारादीप में ही तैनात किया जाएगा। इसका परिचालन और प्रशासनिक नियंत्रण आईसीजी क्षेत्र (उत्तर-पूर्व) के कमांडर और आईसीजी जिला मुख्यालय-7 (ओडिशा) के पास रहेगा।
इस जहाज पर पांच अधिकारी और 34 कर्मियों की टीम तैनात होगी। यह जहाज समुद्री निगरानी, खोज और बचाव अभियान, प्रदूषण नियंत्रण और भारत के समुद्री हितों की सुरक्षा जैसे कई अहम दायित्व निभाएगा। इसका विस्थापन लगभग 320 टन है और इसमें दो 3000 किलोवाट डीजल इंजन लगे हैं। यह जहाज अधिकतम 28 नॉटिकल मील प्रति घंटे की गति से चल सकता है और किफायती गति पर 1500 नॉटिकल मील की दूरी तय करने की क्षमता रखता है। इसमें स्वदेशी कंट्रोल्ड पिच प्रोपेलर (सीपीपी) और गियरबॉक्स लगे हैं, जो समुद्र में बेहतर गतिशीलता और प्रदर्शन सुनिश्चित करेंगे।
हथियारों की बात करें तो इसमें 30 मिमी सीआरएन 91 तोप और दो 12.7 मिमी रिमोट कंट्रोल्ड मशीन गन लगी हैं, जिन्हें आधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम सपोर्ट करते हैं। इसके अलावा, जहाज में इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम, ऑटोमेटेड पावर मैनेजमेंट और अन्य उन्नत तकनीकी सुविधाएं भी हैं, जो इसकी परिचालन क्षमता और दक्षता को और बढ़ाती हैं। इस नए जहाज के शामिल होने से भारतीय तटरक्षक बल को समुद्री सुरक्षा और निगरानी में और मजबूती मिलेगी तथा आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह एक और अहम कदम साबित होगा।
