आंगनबाड़ी केंद्रों, बालिका गृह ,सखी सेंटर और नशा मुक्ति केंद्र का किया निरीक्षण, शबरी एंपोरियम, और गारमेंट फैक्ट्री का किया अवलोकन, शासकीय योजनाओं के धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन के दिए निर्देश




महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कोंडागांव जिले के प्रवास के दौरान विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लिया। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने नशा मुक्ति केंद्र, आंगनबाड़ी केन्द्रों, सखी वन स्टॉप सेंटर, हॉफवे होम और बालिका गृह का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को योजनाओं का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिले में स्थित शबरी एंपोरियम में बेलमेटल कला की कलाकृतियों का अवलोकन किया और प्रसिद्ध शिल्पकार डॉ. जयदेव बघेल से भेंट कर शिल्प प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही नारियल विकास बोर्ड के कार्यालय पहुंचकर नारियल, कोको और काली मिर्च के उत्पादन की जानकारी ली।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने बनियागांव स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती पीड़ितों से मुलाकात की और नशे से होने वाले दुष्परिणामों पर चर्चा करते हुए उन्हें सुधार की राह अपनाने की सलाह दी। इसके पश्चात उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करते हुए बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार और शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी ली। बच्चों की कविताओं, कहानियों और उत्तरों से प्रभावित होकर मंत्री ने उनकी सराहना की और चॉकलेट वितरित किए।
निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने आंगनबाड़ी केंद्रों की स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किचन और बाथरूम की नियमित सफाई की जाए।
श्रीमती राजवाड़े ने सखी वन स्टॉप सेंटर में काउंसलिंग प्रक्रिया को देखा और पीड़ित महिलाओं की समुचित मानसिक सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं हॉफवे होम में अन्य राज्यों से आए व्यक्तियों की जानकारी ली और उन्हें उनके गृह राज्य तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। बालिका गृह में रह रही बेटियों की खेल और पढ़ाई में रुचि को देखकर उन्होंने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने जिले में स्थित शबरी एंपोरियम में बेलमेटल कला की कलाकृतियों का अवलोकन किया और प्रसिद्ध शिल्पकार डॉ. जयदेव बघेल से भेंट कर शिल्प प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही नारियल विकास बोर्ड के कार्यालय पहुंचकर नारियल, कोको और काली मिर्च के उत्पादन की जानकारी ली।
कोंडागांव स्थित गारमेंट फैक्ट्री में महिलाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखकर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने प्रसन्नता व्यक्त की। यह फैक्ट्री पिछले तीन वर्षों से संचालित है और इससे 300 महिलाओं को सीधा रोजगार मिला है। उन्होंने ऐसी इकाइयों के विस्तार पर बल देते हुए महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए और अधिक प्रयास करने की बात कही।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक श्री पीएस एल्मा, एसडीएम श्री अजय उरांव सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।