स्वतंत्रता दिवस 2025: जम्मू-कश्मीर के जांबाजों की धमक, 1,090 जवानों को मिलेगा वीरता और सेवा का सम्मान

स्वतंत्रता दिवस 2025: जम्मू-कश्मीर के जांबाजों की धमक, 1,090 जवानों को मिलेगा वीरता और सेवा का सम्मान

स्वतंत्रता दिवस के जश्न के मौके पर देश अपने सच्चे नायकों को सलाम करेगा। गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस, अग्निशमन, होम गार्ड, और सुधार सेवाओं के 1,090 कर्मियों को वीरता और सेवा पदकों से सम्मानित करने की घोषणा की है। इन सम्मानों में वीरता पुरस्कार, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और सराहनीय सेवा पदक शामिल हैं। इस बार जम्मू-कश्मीर के जांबाजों ने बाजी मारी है, जिन्हें सबसे ज्यादा वीरता पदक मिलेंगे। यह खबर हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, जो देश की सुरक्षा और शांति के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वालों की अनसुनी गाथाओं को सामने लाती है।

जम्मू-कश्मीर की वीरता की गूंज

पुलिस श्रेणी में इस साल 226 जांबाजों को वीरता पदक, 89 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 635 को सराहनीय सेवा पदक से नवाजा जाएगा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सबसे ज्यादा वीरता पदक हासिल किए हैं, जिसके बाद केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) का नंबर आता है। ये पुरस्कार उन जवानों की अदम्य साहस और बलिदान की कहानियां बयां करते हैं, जो आतंकवाद और अशांति के खिलाफ अडिग खड़े रहे।

अग्निशमन सेवाओं का दमदार प्रदर्शन

अग्निशमन सेवाओं में 62 कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। इनमें 6 वीरता पदक, 5 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक, और 51 सराहनीय सेवा पदक शामिल हैं। ये जांबाज आग और आपदा के बीच जान बचाने में अपनी जान की परवाह नहीं करते, और अब देश उनकी इस हिम्मत को सलाम करेगा!

होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा का जज्बा

होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा श्रेणी में 45 कर्मियों को सम्मान मिलेगा, जिसमें 1 वीरता पदक, 3 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक, और 41 सराहनीय सेवा पदक शामिल हैं। ये वो नायक हैं, जो अपने समुदायों की सुरक्षा के लिए दिन-रात तैनात रहते हैं।

सुधार सेवाओं में भी चमके सितारे

सुधार सेवाओं में 33 कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा, जिनमें 2 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 31 को सराहनीय सेवा पदक मिलेगा। ये पुरस्कार जेल सुधार और अपराधियों के पुनर्वास में उनके योगदान को मान्यता देते हैं।

देश के लिए एक गर्व का पल

ये 1,090 पदक—233 वीरता, 99 विशिष्ट सेवा, और 758 सराहनीय सेवा पदक—केवल सम्मान नहीं, बल्कि उन अनगिनत बलिदानों की कहानी हैं, जो देश की शांति और सुरक्षा के लिए दिए गए। स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर, ये जांबाज नायक देश के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं। जम्मू-कश्मीर से लेकर सीमाओं तक और आग के तांडव से लेकर नागरिक सुरक्षा तक, इनके साहस की गाथा हर भारतीय के दिल में गूंजेगी। (इनपुट-एजेंसी)