
देश में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या में पिछले 11 सालों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बुधवार को बताया कि जहाँ 2014 में हवाई यात्रियों की संख्या लगभग 11 करोड़ थी, वहीं 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर करीब 25 करोड़ तक पहुँच गया है।
उन्होंने हिंडन एयरपोर्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि 2020 में यहाँ से केवल एक उड़ान संचालित होती थी, जबकि अब यह हवाईअड्डा 16 शहरों से जुड़ चुका है।
‘यात्री सेवा दिवस 2025’ की शुरुआत
हिंडन एयरपोर्ट से पूरे देशभर में ‘यात्री सेवा दिवस 2025’ की शुरुआत करते हुए नायडू ने कहा कि यह पहल सरकार की उस निरंतर कोशिश का हिस्सा है, जिसके ज़रिए यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव और विश्वस्तरीय सेवाएँ देने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 11 वर्षों में शासन की परिभाषा को बदलते हुए इसे लोगों की सेवा से जोड़ा है। इसी दृष्टिकोण से प्रेरित होकर हम उड्डयन क्षेत्र में हर यात्री को अपनी प्राथमिकता मानते हैं और हर यात्रा को सेवा का अवसर समझते हैं।”
आगे उन्होंने बताया कि यात्रियों को हमारी तेज़ी से बढ़ती उड्डयन व्यवस्था का केंद्र मानते हुए यह दिवस लॉन्च किया गया है। यह न केवल विकास का उत्सव है बल्कि यह वादा भी है कि हर यात्रा को आसान और गरिमामयी बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।
‘एलीट से आम’ बना हवाई सफर
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव आया है। अब हवाई यात्रा केवल अमीरों तक सीमित नहीं है, बल्कि आम जनता की पहुँच में आ चुकी है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना ‘उड़ान’ (UDAN) ने हवाई सफर को और अधिक उपलब्ध, सुलभ और किफायती बना दिया है।
सभी एयरपोर्ट होंगे Wi-Fi से लैस
नायडू ने यह भी घोषणा की कि जल्द ही देश के सभी हवाईअड्डे डिजिटल इंडिया मिशन के तहत वाई-फाई सुविधा से लैस हो जाएंगे। इससे यात्रियों को पूरी तरह नया अनुभव मिलेगा।
आत्मनिर्भर भारत से विकसित भारत की ओर
मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारा लक्ष्य ‘विकसित भारत’ है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की नींव पर खड़ा होगा। इसके लिए हवाई उद्योग के सभी साझेदारों और यात्रियों को भी स्वदेशी को प्राथमिकता देनी होगी।”
