
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और सैन्य टकराव के कारण स्थगित आईपीएल शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच होने वाले मुकाबले के साथ फिर से शुरू होगा। दस दिनों के ब्रेक के बाद आरसीबी और केकेआर दोनों अपने-अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे। इस मैच में सबकी निगाहें विरात कोहली पर होगी, उन्हाेंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लिया है।
ज्ञात हो यह मैच आरसीबी के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है, आरसीबी 11 मैचों में 16 अंकों के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर है और यहां जीत टीम के लिए प्लेऑफ में जगह लगभग पक्की कर देगी। वहीं, केकेआर 12 मैचों में 11 अंकों के साथ तालिका में छठे स्थान पर है और एक भी हार मौजूदा चैंपियन की नॉकआउट में जगह बनाने की उम्मीदों को खत्म कर देगी। लीग की रुकावट से पहले दोनों टीमें शानदार लय में थी। आरसीबी ने जहां अपने पिछले चारों मैचों में जीत दर्ज की है वहीं केकेआर की टीम लगातार दो जीत के साथ इस मैच में उतरेगी। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये टीमों अपनी लय को किस तरह से बनाये रखती है। कागजों पर दोनों टीमों की तुलना करें तो इसमें कोई शक नहीं की केकेआर पर आरसीबी का पलड़ा भारी होगा।
प्लेऑफ समीकरण-
1. गुजरात टाइटंस – 11 मैचों में 16 अंक
जीटी को प्लेऑफ में जगह पक्की करने के लिए अपने बचे हुए तीन मैचों में से सिर्फ एक और जीत की जरूरत है। दो जीत से उन्हें टॉप-2 में जगह मिल सकती है, जिससे फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए उन्हें दो मौके मिल सकते हैं।
2. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु – 11 मैचों में 16 अंक
आरसीबी का हाल भी गुजरात की तरह है, प्लेऑफ में जगह पक्की करने के लिए अपने आखिरी तीन मैचों में से एक जीत की भी जरूरत है। टीम अगर तीन में से दो मैच भी जीतती है तो टॉप-2 में उनके रहने की संभावनाएं बढ़ जाएगी।
3. पंजाब किंग्स – 11 मैचों में 15 अंक
पीबीकेएस को प्लेऑफ में जगह पक्की करने के लिए बचे तीन में से दो मैच जीतने होंगे। एक मैच जीतकर टीम 17 पॉइंट्स तक पहुंचेगी ऐसे में उन्हें नेट रन रेट और दूसरे टीमों के रिजल्ट पर निर्भर रहना होगा। 2 जीत उनकी ना सिर्फ प्लेऑफ में जगह पक्की करेगी, बल्कि टॉप-2 का दावेदार भी बनाएगी।
4. मुंबई इंडियंस – 12 मैचों में 14 अंक
MI को 18 अंक तक पहुंचने और क्वालीफाई करने के लिए अपने बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे। कोई भी चूक उनके लिए बड़ा खतरा बन सकती है। अगर टीम एक मैच हारती है तो उनकी गाड़ी 16 अंकों तक रुक जाएगी, ऐसे में उन्हें दूसरी टीमों के रिजल्ट पर निर्भर होना पड़ सकता है।
5. दिल्ली कैपिटल्स – 11 मैचों में 13 अंक
डीसी के वर्तमान में 11 मैचों में 13 अंक हैं और प्लेऑफ की उम्मीदों को जीवित रखने के लिए उसे शेष तीन मैचों में से कम से कम दो जीतने होंगे। हालांकि, आगे की राह आसान नहीं होगी, क्योंकि उनके आगामी मैच पॉइंट्स टेबल की टॉप टीमों – गुजरात टाइटंस, मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के खिलाफ हैं। इनमें से MI के खिलाफ मुकाबला सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि MI चौथे प्लेऑफ स्थान के लिए सीधे दावेदार है।
6. कोलकाता नाइट राइडर्स – 12 मैचों में 11 अंक
KKR अधिकारिक रूप से टूर्नामेंट से बाहर नहीं हुआ है, टीम बचे दो मैच जीतकर 15 अंकों तक पहुंच सकती है। इस दौरान उन्हें अपना नेट रन रेट भी सुधारना होगा। 15 अंक हासिल करने के बाद उन्हें दूसरी टीमों के रिजल्ट पर निर्भर रहना होगा। वहीं एक हाल या एक रद्द मुकाबला उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर सकता है।
7. लखनऊ सुपर जायंट्स – 11 मैचों में 10 अंक
एलएसजी को 16 अंक तक पहुंचने के लिए अपने बचे हुए तीनों मैच जीतने होंगे। प्लेऑफ में जगह बनाने की होड़ में बने रहने के लिए उन्हें अन्य मुकाबलों के अनुकूल नतीजों और मजबूत नेट रन रेट की भी जरूरत होगी।
