Author : Nitendra Singh

स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देश में चलाए गए देशव्यापी ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान ने दो सप्ताह में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। इस अभियान के तहत देशभर में 18 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिनमें लगभग 10 करोड़ नागरिकों ने हिस्सा लिया और 6.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को प्रत्यक्ष लाभ मिला।
अभियान के दौरान नागरिकों की स्वास्थ्य जांच व्यापक पैमाने पर की गई। इसमें 1.78 करोड़ से अधिक लोगों की उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) और 1.72 करोड़ लोगों की मधुमेह (डायबिटीज) की जांच शामिल रही। महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए 37 लाख से अधिक महिलाओं की स्तन कैंसर जांच, 19 लाख से अधिक की गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर जांच, और 96 लाख से अधिक लोगों की मुख कैंसर जांच की गई।
वहीं मातृ और शिशु स्वास्थ्य में भी अभियान ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। 62.60 लाख से अधिक प्रसवपूर्व जांच (एंटेनाटल चेक-अप) संपन्न की गई और 1.43 करोड़ से अधिक बच्चों को जीवन रक्षक टीके प्रदान किए गए। इसके अलावा 1.51 करोड़ से अधिक नागरिकों की एनीमिया जांच, 85 लाख से अधिक की टीबी जांच, और 10.23 लाख नागरिकों की सिकल सेल रोग जांच की गई।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 2.68 लाख निक्षय मित्रों का पंजीकरण और 4.30 लाख से अधिक रक्तदाताओं का पंजीकरण भी किया गया। साथ ही 10.69 लाख आयुष्मान/पीएम-जय कार्ड जारी किए गए, जिससे नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सीधे मिल सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि यह अभियान न केवल महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अब एक जनआंदोलन के रूप में उभर चुका है, जो देश को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
