
दिल्ली के प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 1 और 2 अक्टूबर 2025 को हल्की से हल्की बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है और उसके बाद आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। उत्तर-पश्चिम भारत के लिए मौसम विभाग ने 1 से 3 अक्टूबर तक राजस्थान में, और 4 और 5 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर तूफान के साथ बिजली की संभावना व्यक्त की है।
वहीं, कल मंगलवार को दिल्ली में कई जगहों पर मध्यम बारिश गरज के साथ छींटे पड़े, जबकि कुछ जगहों पर भारी बारिश हुई जिस वजह से पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में 03-06°C की उल्लेखनीय गिरावट और अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की 29 सितंबर 2025 को जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार, 2 से 4 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल और सिक्किम में, 1 से 4 अक्टूबर तक बिहार में 2 से 4 अक्टूबर तक झारखंड में, 5 अक्टूबर को पश्चिम मध्य प्रदेश में, 4 और 5 अक्टूबर को पूर्व मध्य प्रदेश, विदर्भ में, 1 से 3 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में अधिकांश/कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश/तूफान के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
इसके अलावा, 2 अक्टूबर को गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल में, 3 और 4 अक्टूबर को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में, 4 और 5 अक्टूबर को बिहार में बहुत भारी बारिश की संभावना है।
वहीं, उत्तर-पूर्व भारत में 2 अक्टूबर तक नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में, 1 से 5 अक्टूबर तक अरुणाचल प्रदेश में कई कुछ स्थानों पर हल्की व मध्यम बारिश तूफान के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। इसके अतिरिक्त 2 और 3 अक्टूबर को असम और मेघालय में बहुत भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने 1 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग जगहों पर मध्यम वर्षा के साथ गरज के साथ बारिश होने का अनुमान लगाया है।
वहीं, आईएमडी ने मछुआरों के लिए चेतावनी जारी करते हुए 1 से 2 अक्टूबर तक कोंकण और गोवा तटों के साथ, 1 से 4 अक्टूबर तक गुजरात तटों, पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर के कई हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, सोमालिया तट के साथ न जाने की सलाह दी है।
भारतीय मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए कहा कि एक से चार अक्टूबर तक आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, श्रीलंका तटों, मन्नार की खाड़ी और आसपास के कोमोरिन क्षेत्र में, 1 अक्टूबर को दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी में, 1 से 4 अक्टूबर तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश, म्यांमार और बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों में तथा 1 से 3 अक्टूबर तक अंडमान सागर में न जाएं।
