
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ओमान के एक होटल में पहुंचने पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखा, जिसके साथ ही उनके आधिकारिक विदेश दौरे के प्रथम चरण की शुरुआत हुई। सांस्कृतिक स्वागत ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी यात्रा की शुरुआत में मिले गर्मजोशी भरे स्वागत को दिखाया और द्विपक्षीय यात्रा के दौरान उनके कार्यक्रमों के लिए माहौल तैयार किया, जिसमें भारतीय समुदाय के सदस्य उनका स्वागत करने के लिए एक साथ आए।
जॉर्डन में रहने वाली भारतीय समुदाय की सदस्य सुदेशना ने प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान क्लासिकल डांस करने के बाद गर्व और आभार व्यक्त किया।अपना अनुभव शेयर करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने क्लासिकल डांस किया। यह भगवान शिव के बारे में था। मैं अपने प्रधानमंत्री के सामने परफॉर्म करने का यह मौका देने के लिए इंडियन एम्बेसी की शुक्रगुजार हूं। मैं इस पल को हमेशा याद रखूंगी। मैं केरल से हूं…”
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान, भारतीय समुदाय के सदस्यों ने स्वागत समारोह के हिस्से के तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, जो उत्साह और भारत के साथ मज़बूत भावनात्मक जुड़ाव को दिखाता है। होटल पहुंचने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी का जॉर्डन की राजधानी में औपचारिक स्वागत किया गया।
जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया और देश में अपने ऑफिशियल कार्यक्रम शुरू करने पर भारतीय नेता का औपचारिक रूप से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी किंग अब्दुल्ला II इब्न अल हुसैन के न्योते पर 15 से 16 दिसंबर तक जॉर्डन के दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान, उनका मकसद भारत-जॉर्डन संबंधों की पूरी तरह से समीक्षा करना और क्षेत्रीय घटनाओं पर विचारों का आदान-प्रदान करना है। वह देश में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।
दरअसल, पीएम मोदी का यह दौरा इसलिए भी ज़्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि यह भारत और जॉर्डन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के साथ हो रहा है, जिससे इस द्विपक्षीय जुड़ाव को विशेष महत्व मिलता है। जॉर्डन पीएम मोदी के चार-दिवसीय, तीन-देशों के दौरे का पहला पड़ाव है, जिसमें भारत की व्यापक राजनयिक पहुंच के हिस्से के रूप में इथियोपिया और ओमान का दौरा भी शामिल होगा।
ओमान में अपने कार्यक्रमों के तहत, प्रधानमंत्री मोदी किंग अब्दुल्ला II इब्न अल हुसैन से वन-ऑन-वन मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग के बाद दोनों पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। वहीं कल मंगलवार को, दोनों नेता मिलकर भारत-जॉर्डन बिज़नेस इवेंट को संबोधित करेंगे, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख बिज़नेस प्रतिनिधि शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह प्रधानमंत्री मोदी की जॉर्डन की पहली पूरी तरह से द्विपक्षीय यात्रा है। वह पहले फरवरी 2018 में फिलिस्तीन जाते समय इस देश से गुज़रे थे। मंत्रालय ने पिछले हफ़्ते नई दिल्ली में एक स्पेशल ब्रीफिंग में कहा कि “भले ही यह एक ट्रांजिट विज़िट थी, लेकिन राजा ने उनके साथ बहुत खास मेहमाननवाज़ी की।”
उन्होंने यह भी कहा कि “किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पूरी द्विपक्षीय यात्रा 37 साल के अंतराल के बाद हो रही है।”
भारत और जॉर्डन के बीच मज़बूत आर्थिक संबंध हैं, जिसमें भारत जॉर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है, जबकि जॉर्डन भारत को उर्वरकों, खासकर फॉस्फेट और पोटाश का एक प्रमुख सप्लायर बना हुआ है। (इनपुट-एजेंसी)
