NH-47 पर यातायात ठप, बरेठा घाट में लंबा जाम, नागपुर-भोपाल हाईवे पर घंटों फंसे वाहन

नागपुर-भोपाल नेशनल हाईवे 47 पर बैतूल के बरेठा घाट में एक बार फिर घंटों लंबा जाम लग गया। पतले मोड़, भारी ट्रैफ़िक और कोई स्थायी समाधान न होने के कारण यात्रियों को घंटों इंतज़ार करना पड़ा।

नागपुर से भोपाल जाने वाला नैशनल हाईवे (NH 47) एक बार फिर यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। बैतूल ज़िले के बरेठा घाट में शाम होते-होते ऐसा लंबा जाम लगा कि सड़क पर वाहनों की लाईनें कई किलोमीटर तक लगी रही। अचानक कम रफ़्तार ने यात्रियों को सड़क पर ही रोक दिया और लोग घंटों तक इंतज़ार करने पर मजबूर हो गए।

यह वही इलाक़ा है जहाँ जाम अब नई बात नहीं रही क्योंकि आए दिन यहाँ जाम लगता ही रहता है। पतले मोड़, ढलान और लगातार बढ़ता ट्रैफ़िक दबाव इस घाट को हर बार जाम का केंद्र बना देता है। नागपुर भोपाल नेशनल हाईवे 47 पर बार-बार लगने वाले जाम ने एक बार फिर प्रशासन की तैयारियों और स्थायी समाधान पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

आपको बता दें, बैतूल ज़िले का बरेठा घाट नागपुर-भोपाल नेशनल हाईवे 47 का सबसे संवेदनशील हिस्सा माना जाता है। यहाँ सड़क पतली है, और तीखे मोड़ है साथ ही साथ ऊपर से भारी वाहनों की आवाजाही लगातार बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक़ जैसे ही किसी भारी ट्रक की रफ़्तार कम होती है तो पूरा ट्रैफ़िक थम जाता है। घाटी क्षेत्र में ओवरटेक के लिए जगह नहीं होने के कारण पीछे वाले वाहन भी फँस जाते हैं, और देखते ही देखते ही लंबा जाम लग जाता है। यह समस्या सिर्फ़ पीक आवर्स तक सीमित नहीं है बल्कि दिन हो या शाम, नागपुर-भोपाल नेशनल हाईवे 47 पर बरेठा घाट कभी भी जाम की चपेट में आ सकता है।

यात्रियों पर पड़ा सबसे ज़्यादा असर

इस बार लगे जाम का सबसे ज़्यादा असर बसों, ट्रकों और निजी वाहनों पर पड़ा। दूर-दराज़ के सफ़र पर निकलते ही यात्रियों को समय पर अपने मंज़िल तक पहुँचना मुश्किल हो गया। कई यात्री ऐसे थे जो नागपुर भोपाल या इंदौर की और ज़रूरी काम से निकले थे, लेकिन घंटों जाम में फँसने से उनकी पूरी योजना बिगड़ गई। सड़क पर खाने-पीने की और पानी की कोई व्यवस्था नहीं होने से लोग परेशान नज़र आए। इतना ही नहीं छोटे बच्चों के साथ सफ़र कर रहे परिवार, बुजुर्ग और महिलाएँ इस जाम में सबसे ज़्यादा परेशान हुए। वाहनों के अंदर बैठे-बैठे लोग थक गए और गर्मी व उमस ने परेशानी को और भी बढ़ा दिया।

यात्रियों और प्रशासन की कोशिशें

जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौक़े पर पहुँची और यातायात बहाल करने की कोशिश शुरू कर दी। पुलिसकर्मी एक-एक कर वाहनों को निकालने में जुट गए। हालाँकि भारी ट्रैफ़िक और पतले रास्ते के कारण स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में लाने में समय लगा। प्रशासन का कहना है कि हालात पर लगातार नज़र रखी जा रही है और जाम खुलवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे।

पहले भी बन चुका है परेशानी का कारण

आपको बता दें, कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब नागपुर-भोपाल नेशनल हाईवे 47 पर बरेठा घाट में जाम लगा हो। पिछले कई महीनों में यहाँ कई बार लंबा जाम लग चुका है। कभी त्योहारों के दौरान बड़ी आवाजाही तो कभी भारी वाहनों की अधिक संख्या जाम की वजह बनती रहती है। इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है, यात्रियों का कहना है कि अगर समय रहते ठोस क़दम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं।